Maula
Farhan Saeed
3:32खवाबों ने ही दिल दुखाया आँखों का हाथों में है दर्द जुदा हुए हाथों का खवाबों ने ही दिल दुखाया आँखों का हाथों में है दर्द जुदा हुए हाथों का साथ चला जो मेरे बस वो, तेरा साया था सदियों तुझ को चाहा बस दो पल को पाया था रोइयाँ रोइयाँ अँखियाँ रोइयाँ आँसुओं के बिना रोइयाँ रोइयाँ रोइयाँ अँखियाँ रोइयाँ आँसुओं के बिना रोइयाँ रोइयाँ रोइयाँ अँखियाँ रोइयाँ आँसुओं के बिना रोइयाँ साँस चल तो रही तही ठीक से तूने पत्थर रख दिए लड़खड़ा के गिरी सीने में दर्द होने लगा जीने में मज़ा आने लगा पीने में पीते पीते, पीते पीते रोइयाँ रोइयाँ अँखियाँ रोइयाँ आँसुओं के बिना रोइयाँ रोइयाँ रोइयाँ अँखियाँ रोइयाँ आँसुओं के बिना रोइयाँ ज़मीन पे चलते चलते तुम चाँद बन गये हम खड़े हैं वहीं थे जहाँ से चले देखा हाथों में कहीं तुम दूर तक नही क्यूँ खींची बेमतलब की लकीरें तू बता इस बात पे लड़ते लड़ते ए खुदा रोइयाँ रोइयाँ अँखियाँ रोइयाँ आँसुओं के बिना रोइयाँ रोइयाँ रोइयाँ अँखियाँ रोइयाँ आँसुओं के बिना रोइयाँ नैना पानी मंगदे नैना पानी मंगदे हाए... नैना पानी मंगदे