Shiv Vaani 2

Shiv Vaani 2

Gajendra Pratap Singh

Альбом: Shiv Vaani 2
Длительность: 3:09
Год: 2023
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Текст песни

सौ-सौ सावन बरस गए मोहे
शिव से मिलन की आस
हर प्राणी में शिव दिखे जब
बुझ गई मन की प्यास
ओ भोले बुझ गई मन की प्यास

सुख-दुख चलते साथ हैं
क्यों होता है उदास
मन में रख विश्वास तू बंदे
शिव है तेरे पास
ओ भोले बन जा शिव का दास

दुख में सुमिरन सब करे
सुख में करे ना कोई
जो सुख में सुमिरन करे
तो दुख काहे होय
ओ भोले तो दुख काहे होय

तीन लोक के स्वामी शिव हैं
देते सबका साथ
वे जिसको आशीष दे
ना हो कभी अनाथ
ओ भोला ना हो कभी अनाथ

ध्यान मग्न रहते सदा
पर्वत पर है वास
सबकी भोलेनाथ जी
पूरी करते आस
ओ भोले पूरी करते आस
पूरी करते आस