Parvati Boli Shankar Se
Hansraj Raghuwanshi
7:20गूंजे अंबर बरसे सावन भक्त वी आए तुझे मनावन गूंजे अंबर बरसे सावन भक्त वी आए तुझे मनावन कल कल बहती जाए नदियां बजे जो डमरू लगे सब गावन लाए है टोली भूतों की साथ जी पधारे वीराने में भोलेनाथ जी पधारे वीराने में भोलेनाथ जी पधारे वीराने में शंभुनाथ जी धरती सूरज चंदा सारे तीनो लोक से आए है बहुत भयंकर प्रेत भी है संग ढोल नगाड़े लाए है धरती सूरज चंदा सारे तीनो लोक से आए है बहुत भयंकर प्रेत भी है संग ढोल नगाड़े लाए है मुख से भोले भोले निकले क्या है बात जी पधारे वीराने में भोलेनाथ जी पधारे वीराने में भोलेनाथ जी पधारे वीराने में शंभुनाथ जी आदि-नाथ ओ स्वरुप, उदय-नाथ उमा-महि-रुप जल-रुपी ब्रह्मा सत-नाथ, रवि-रुप विष्णु सन्तोष-नाथ। आदि-नाथ कैलाश-निवासी, उदय-नाथ काटै जम-फाँसी सत्य-नाथ सारनी सन्त भाखै, सन्तोष-नाथ सदा संतन की राखे भोले के रंग अजब निराले पिए जो भोला विष के प्याले नंदी पर करते है सवारी गले में है वासुकी डाले भोले के रंग अजब निराले पिए जो भोला विष के प्याले नंदी पर करते है सवारी गले में है वासुकी डाले सबसे ऊँचा नाम है नाथों के नाथ जी पधारे वीराने में भोलेनाथ जी पधारे वीराने में भोलेनाथ जी पधारे वीराने में शंभुनाथ जी पधारे वीराने में भोलेनाथ जी पधारे वीराने में भोलेनाथ जी पधारे वीराने में शंभुनाथ जी.