Life Goes On
Aleemrk
3:38Aye yo Ink put some sauce on it! सांसों की माला पे सिमरूं मैं पी का नाम सांसों की माला पे सिमरूं मैं पी का नाम सांसों की माला पे सिमरूं मैं पी का नाम सांसों की माला पे सिमरूं सांसों की माला पे सिमरूं मैं पी का नाम कहाँ से आया मैं, कहाँ को जाना ऐसी बातों पर जिकर करूँ या लिखूँ गाना मैं होऊंगा तेरे से, पर तू मेरे से हो जुदा ना मेरा यहां पे रब्बा, कोई भी तेरे सिवा ना तेरा करम हुआ दोबारा, हुई आमद तुझे बनाता मंज़िल जो उस को तू मिलता राह पर चुन ले मुझे भी तू सजदे करने वालों में अगर किसी दिन भी था मैं सजदे करने वालों में ये बातें मेहज़ बातें रह जानी हैं भरे हुए बर्तन यहां रह जाने खाली हैं पर्दा करते नहीं केसे डालें ज़बानी ये सपना मेरा यही जीतूं खुद से ये बाज़ी में बाज़िगर मत खोल अपनी माज़ी की किताबों को जो था वो रहा नहीं जो है किसी को नहीं पता है सब को पता कि इस जहां में कुछ न रखा पर जान क अंजान हैं शायद सिर्फ़ यही न पता रूह मिट्टी से या मिट्टी रूह से है तंग मेरे गुनाहों ने इनके दरम्यान डाली जंग है मेरे संग काफ़ी लोग पर वो करेंगे क्या जो गिरूं गा अगर मेरे लिए होंगे खड़े क्या नाम बना लिया पर बन ना सका नमाज़ी मैं लोग पहचान लेता, खुद का पता नीं है ओपरा मिज़ाज मेरा छोकरा में आम आग तौन बचाना रब्बा झोपरा मकान मेरा मैं तो नाम का बस जानलेवा जग्ग ने क्या है बना डाला मुझे सुनते वो मांते ना कहानी सुनाते मेरी वो जो मुझे जानते ना इन्हें कहने दो मुझे सहने दो यही इलाज मेरा ज़ख़्मों को रहने दो मेरे बाद मेरी बातों को ये करेंगे याद मेरे आज पे जो चाहे इन्हें कहने दो इन्हें कहने दो मुझे सहने दो यही इलाज मेरा ज़ख़्मों को रहने दो ये नहीं जानते मुझे यही करेंगे पार जो करे पाक उन्ही ज़ख़्मों को रहने दो ये समझते बनना चाहता स्टार में पर मैं बनना चाहता अपने बाप जैसा अमल से मेरे सारे जाने मुझे बाकी सारा आरज़ी है शोहरत गाड़ी नाम पैसा हाल कैसा पूछते मैं ठीक हूँ पर हाल में ना लोग देखे बहुत तभी आता सामने ना बिना मक़सद नहीं काम मेरा मेरे से मिला जो कुछ बांट लेना समुंदर पार से हैं आते पहगाम जहाँ पे सोचा भी न था वहाँ पे बनाया नाम यहाँ पे काफ़ियों को लगे मेरी कला हराम पर मुझे ग़ैर मुसलमान भी अब करते सलाम इनको न पता मैंने जो लिखा तो वो इनकी ख़ता इन्होने सुना तो वो मेरी फ़तह मेरी वजह से कितनो ने रैप सुना शुरू किया बोलेंगे ये नहीं पर इस बात क ये खुद हैं गवाह मेरे पास कुछ भी करने को न साबित कितना काबिल हूँ मैं पता जिसको पता होता शामिल इनकी महफ़िलों में ज़्यादा न मैं और जब होता हूँ तो चुप रहता तभी इनको भाता न मैं ये बच्चे सारे मेरे जैसा बनना चाहते जो मैं करता हूँ वो ये सारे भी करना चाहते पर जो मैं करता उसपे ऊपर वाला पर्दा डाले शायद कलाकार लगते हैं ख़ुदा को प्यारे समान जमा कर लिया जो लेके जाना नहीं इज़्ज़त देता रब्ब है बंदा कमाता नहीं मिटा ता ऐब अपने ख़ुद को मिटा ता नी हाशिम अभी ना समझ हैं बातें पर बनाता कयी नाम बना लिया पर बन ना सका नमाज़ी मैं लोग पहचान लेता, खुद का पता नीं है ओपरा मिज़ाज मेरा छोकरा में आम आग तौन बचाना रब्बा झोपरा मकान मेरा मैं तो नाम का बस जानलेवा जग्ग ने क्या है बना डाला मुझे सुनते वो मांते ना कहानी सुनाते मेरी वो जो मुझे जानते ना इन्हें कहने दो मुझे सहने दो यही इलाज मेरा ज़ख़्मों को रहने दो मेरे बाद मेरी बातों को ये करेंगे याद मेरे आज पे जो चाहे इन्हें कहने दो इन्हें कहने दो मुझे सहने दो यही इलाज मेरा ज़ख़्मों को रहने दो ये नहीं जानते मुझे यही करेंगे पार जो करे पाक उन्ही ज़ख़्मों को रहने दो सांसों की माला पे सांसों की माला पे सांसों की माला पे सिमरूं मैं पी का नाम Aye yo Ink put some sauce on it!