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Jj47 & Jokhay - Unwaan | Скачать MP3 бесплатно
Unwaan

Unwaan

Jj47 & Jokhay

Альбом: Talk To You Later
Длительность: 3:23
Год: 2023
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Текст песни

तुम पे एक और नज़्म लिखी
बोलो क्या उन्वान रखूँ
तुम आने की आवाज जो दो
मैं भारी दस्तरखान रखूँ
तुम बोलो जी जी भर के जो
अब तुम पे ही ध्यान रखूँ
चंद लम्हों की ना बातें ये
मैं रातें ना आसान रखूँ
तुम पे एक और नज़्म लिखी
बोलो क्या उन्वान रखूँ
तुम आने की आवाज जो दो
मैं भारी दस्तरखान रखूँ
तुम बोलो जी जी भर के जो
अब तुम पे ही ध्यान रखूँ
चंद लम्हों की ना बातें ये
मैं रातें ना आसान रखूँ

तुम मेरे लिखे गीतों की लोगो से जाकर जो युँ तुष्टी पूछती हो
तुम समझो सभी लेकिन फिर भी कहीं बैठी पहेलियाँ बूझती हो
तुम अभी भी वही हो, अभी भी वही हो या फिर कोई दूसरी हो
शूज, कार्स मेरी समझ से पर तुम कैसी चीज़ें पूजती हो
दिल में लगे हुए शामियाने
कोई रुख़्सती या मातम पुराने
दिल में छुपा क्या रब ही जाने
मुझे पता मेरे गीत मेरे काम नहीं आने
लेकिन! आते बाज कहाँ हैं
अब बच्चे राज कहाँ हैं
मिलते मिजाज़ कहाँ हैं
हुआ आग़ाज़ कहाँ है
काफी सफर और भारी अबर दूर है मंजिल लंबा यह रास्ता है
You can make a lie or call in sick! वैसे भी हफ्ता है
We go on n on! I got everything किसी चीज़ का नहीं मसला है
जाने हर एक पहलू
ज़िन्दगी ने हमें हर जगह परखा है
अब दुनिया एक दरगाह है
सिर्फ रब को ही सजदा है
चीज़ों में देखूं सोडे
किसमें क्या क्या बचता है
और इतना तो बनता है
इतना ही बनता है
ज़िन्दगी एक धंधा है
रिज़्क भी बंधा है
कोई हो बच्चा जैसे वो हँसता है
अब दिल नाज़ुक है अब दिल डरता है
अब तुम पे ये शेर लिखे हैं
जल्दी में थे, देर लिखे हैं
खुशियाँ बांटने बैठे
तेरे हिस्से देखो, देर लिखे हैं
रातें हो गईं लंबी
हम भी फिर भी क्यों ये सवैर लिखे हैं
हम सब फेयर लिखे हैं
आउट ऑफ केयर लिखे हैं
तुम पे अब ये नज़्म लिखी बोलो जो उन्वान रखूँ
तुम बोलो या ना बोलो फिर भी तेरा मैं यूँ मान रखूँ
सुनता सब तेरे दिल की देखो कैसा मैं भी कान रखूँ
तुम आते हो या खुद को खुद ही तेरा मैं मेहमान रखूँ
कमरे में बोतलें हैं
सब कुछ कितना बिखरा है
आँखें नहीं अब खुलती पूरी सब कुछ धुंधला दिखता है
तुम पे हर एक लफ्ज़ पिरोया, तुम पे हर एक फिकरा है
दिल तो बच्चा दिल बे काबू देखा दिल क्या लिख रहा है