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Jokhay - Sabar (Feat. Shareh, Jj47 & Talha Anjum) | Скачать MP3 бесплатно
Sabar (Feat. Shareh, Jj47 & Talha Anjum)

Sabar (Feat. Shareh, Jj47 & Talha Anjum)

Jokhay

Альбом: Sabar
Длительность: 4:45
Год: 2022
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Текст песни

वो बेहिस किस क़दर के, मुड़के पूछे हाल नहीं
वो पत्थर दिल थी काफी, उसमें कोई सवाल नहीं
मनाया सोग नहीं, उस दिन ऐसा साल नहीं
मैं बेवजह की राहें देखूं
मुझको वो बस टाल रही
और अब यूं टलते-टलते दिन भी ऐसे कटेंगे
मैं पीके मांगूं और ये जाम ऐसे भरेंगे
हम कड़वे घूंट पीके डांटे ऐसे रहेंगे
मनाएंगे जो जश्न तेरे नाम से ही सजेंगे
और नहीं हम तेरे मुक़ालिफ
बदकिस्मती साथ थी मेरे मुताबिक
और नहीं कुछ खुली फिज़ा ने
हम रास्ते पे चल पड़े भटके मुसाफिर
और थी जो कोई बादल सी नर्मी, वो लगते मुझको चुभते हुए से कांटे
और थी वो कोई पागल सी लड़की, बहाने जो प्यार के दिए दिलासे
I see the world around me all of this is happening
They cursed me everytime, जब बातों में बच्चे facts नहीं
पहुंचे पैग़ाम मुझ तक कैसे ये फिर
आख़िर उस पर लिखे कितने गाने लेkin सुनती है वो rap नहीं (नहीं)
वो कैसी शाम जिसमें ग़म न था (ना-ना-ना)
तेरे नाम किया सब यहां (यहां)
दिल को तसल्ली देकर, तेरा है साथ
समझाए खुद को कैसे सब कुछ हो चुका रा-आ-आख़
मुस्कुराता लेकर दिल में अब दर्द (दिल में अब दर्द)
बैठा चुपके लोगों से कैसा ये डर
गुनगुनाता लेकर तेरा असद
ख़्वाबी दो आंखें करके बैठा सबर
रात अभी भी जवान है
तुझे जल्दी पड़ी है
तुम वक्त की पाबंद
मेरे पास भी घड़ी है
क्या बैठने का पूछू?
तू क्यों खिड़की खड़ी है!
आओ तुमपे गीत लिखूं, ये कलम नहीं, जादू की छड़ी है
पड़े ग्लास, बर्फ पड़ी है
Easy तेरी तरफ पड़ी है
हमें कहां चढ़ी तेरी तड़प बड़ी क्या नज़र लगी है
जाओ तुम्हें अब जीत मुबारक
मुझसे ज्यादा नींद मुबारक
सोग का कोई मोल नहीं
कलाकार को गीत मुबारक
कमरे में है ही नहीं खिड़की
देखूं कैसे सूरज की किरणें
हम जो पत्थर बन यूं खड़े हैं
रब मेरा देता नहीं मुझे गिरने
मेरी सदाकत, मेरी है ताकत
मेरे मोहल्ले में मेरी खिलाफत
अगर मैं बोलूं ढहा दूं क़यामत
अगर जो लिख दूं होती इबादत
ना मेरी भूख है, ना प्यास है
तो ये सोते ना मेरे वाले लोग
भूलक्कड़ क्या-क्या बोले मेरे बारे, क्या तेरे बारे?
That's fucked up! ना तख़्त अब
अब मैं होश में, ना सख्त अब
ना पीर हूं, ना भक्त अब
ना गाने, ना वक्त अब
वो कैसी शाम जिसमें ग़म न था (ना-ना-ना)
तेरे नाम किया सब यहां (यहां)
दिल को तसल्ली देकर, तेरा है साथ
समझाए खुद को कैसे सब कुछ हो चुका रा-आ-आख़
मुस्कुराता लेकर दिल में अब दर्द (दिल में अब दर्द)
बैठा चुपके लोगों से कैसा ये डर
गुनगुनाता लेकर तेरा असद
ख़्वाबी दो आंखें करके बैठा सबर
गिरा दिया जाम जो मैंने
तो जान तू अब नज़रों से पिला
I'm faded as fuck, can't even move
कमरा ये हिलता रहा (Yeah)
चल दिए तेरी तरफ, ना सड़क की ख़बर, ना सफर का पता (ना, ना)
रोशनी ढूंढ़े ये दिल, अंधेरो में बैठेगा कब तक भला? (कब तक भला?)
लिखा है बचपन से, अब लिखूं तो सोचूं के लिखूं भी क्या? (क्या?)
क्या ये सब पहले भी कह चुका, ये ग़म तो बिक चुके पहले यहां
मैं भीड़ में घुलके भी कितना अकेला हूँ
See how I stand out, अब रीच करना चाह रहे लोग
See how people got their hands out
कुछ कहना चाहूं तो ना कह पाऊं
नोटों से भरे ये बैग लाऊं
मैं राहों पे focused हूँ
Consistency रखो, मैं सबको ये कहता हूँ (Facts, facts)
ये कला फिर पेट भी भरेगी
प्लेट भी भरेगी, सेठ भी बनेगा, गेट पे लोग जो, स्टेज तक चलेंगे
Stakes are high, वो फाके आक़ीदे बदल गए
वो गलियाँ बदल गईं, वो ज़ीने बदल गए
हम पीने बैठे थे, सीने में लेकर अब दर्द
वो दर्द भी सीने में पल गए (Yeah, yeah)
शरीक तो पीके निकल गए
मेरा जवाब मेरे अमल का है
चुर्रियां चली हैं जान को ख़तरा है
दिल के मोहल्ले में हंगामा बरपा है
वो कैसी शाम जिसमें ग़म न था (ना-ना-ना)
तेरे नाम किया सब यहां (यहां)
दिल को तसल्ली देकर, तेरा है साथ
समझाए खुद को कैसे सब कुछ हो चुका रा-आ-आख़
मुस्कुराता लेकर दिल में अब दर्द (दिल में अब दर्द)
बैठा चुपके लोगों से कैसा ये डर
गुनगुनाता लेकर तेरा असद
ख़्वाबी दो आंखें करके बैठा सबर