Labon Ko
K.K.
5:42होहो हूह्ह हूँ वोह वह वह होह होऊ होहो हूह्ह हूँ वोह वह वह होह होऊ करता हूँ तुझमे दिन गुजार मैं करता हूँ तुझमे शब् बशर करता हूँ तुझमे ही सहर में जीता हूँ तुझको देखकर दिल तेरे बिन ठहरा सा है तू धड़कनों का है सफर काँटों भरा हर रास्ता फूलों की है तू रह-गुज़र जावेदान है इश्क तुझसे जावेदान है जानो दिल के दरमियान हैं दरमियान तू हाँ (दरमियान तू हाँ) जावेदान है इश्क तुझसे जावेदान है तुझमें ही दिल उड़ रहा है आस्मां तू हाँ होहो हूह्ह हूँ वोह वह वह होह होऊ होहो हूह्ह हूँ वोह वह वह होह होऊ साथ तेरा जब से है मुझको मिला वक़्त की शाखों पे है हरपल खिला ज़िन्दगी से अब नहीं कोई गिला जीतना है तो उतना हूँ मैं ना कुछ ज़्यादा ना हूँ कम तुझसे शुरू होता हूँ मैं होता हूँ तुझपे ही खत्म जावेदान है इश्क तुझसे जावेदान है जानो दिल के दरमियान हैं दरमियान तू हाँ (दरमियान तू हाँ) जावेदान है इश्क तुझसे जावेदान है तुझमें ही दिल उड़ रहा है आस्मां तू हाँ मैंने तुझको इस तरह से है जिया आँधियों में जैसे जलता है दिया इश्क़ से हर फासले को तय किया जो थे जुदा हमसे खफा लम्हे वह सारे कट गए तुम मिल गए बनके सुबह जो थे अन्धेरे हट गए जावेदान है इश्क तुझसे जावेदान है जानो दिल के दरमियान हैं दरमियान तू हाँ (दरमियान तू हाँ) जावेदान है इश्क तुझसे जावेदान है तुझमें ही दिल उड़ रहा है आस्मां तू हाँ दरमियान तू हाँ आस्मां तू हाँ