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Kasm - Parchai | Скачать MP3 бесплатно
Parchai

Parchai

Kasm

Альбом: Parchai
Длительность: 3:39
Год: 2025
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Текст песни

तेरा बनना था परछाई
पर बन चुका हरजाई
अब प्यार ना तुझसे होगा
ये गाना मेरी गवाही
तेरा बनना था परछाई
पर बन चुका हरजाई
अब प्यार ना तुझसे होगा
ये गाना मेरी गवाही

हाँ मैं तो उलझा सवालों में
तेरी बुनियादों में
गवाह हूँ इस धोखे का
सहा जो इस नासुकम में
बैठा हूँ यादों में
उलझी फिजाओं में
अब मिलती नहीं मुझे
तू अपनी इन राहों में

अब तू ही मेरी परी
जो कहानी में समाती है
जो पल को बिरकत
जो रौ भी उजमाती है
गपारी में पराए का
राया सिख नाराजी है
तू मेरी कह देवों की
भी पसंदीदा नारी है

तेरा किया था भरोसा
तूने दिया मुझे धोखा
मैंने प्यार तलक तुझे
थाली में परोसा
कोई रखी ना कसर
फिर भी तूने मुझे कोसा
जाने क्यों जानू ना
हम रह ना पाए तेरे बिना
बदले में तूने क्या दिया
सिर्फ रोने से ना मन भरा
नफरत भी देने का ना मन करा

अपना तू बना ले मुझको
प्यार सोनिये
धोखे कितने खाए
ना हिसाब सोनिये
दिल बैठा रहता तेरे
क्यों सहारे अब सनम
वफा के बदले इतने
क्यों इल्जाम सोनिये
आंखों से छुपा के तुझे
अपना बना लूं
सताए इतने हम तुझे
आयात में दिला दूं
बिन गलतियों के कैसे हूँ
मैं बेवफा सनम
फिर भी कैसे आशिकों को
मैं इश्क ये सिखा दूं

ढूंढू तुझको मैं
होके यूं बेसबर
जानू ना जानू
क्यों मिलती नहीं खबर
ढूंढू तुझको मैं
होके यूं बेसबर
जानू ना जानू
क्यों मिलती नहीं खबर

जब से गए तू
ना ये फूल खिले हैं
मुझे तुझसे मिले हुए
भी अरसे हुए
औरों पे लिखने को
लिख दूं मैं प्यार भरी बातें
तेरे ख्वाबों के चादर में
लिपटे हुए
अब तुझे क्या ही बताएं
और क्या ही छुपाएं
सच कह दूं डर है
कहीं ढूंढ ना हो जाए
तेरी खामोशी में
जो आवाज छुपी है
जो तू बोल ले
आकर तू दिल में बसाए
तेरी छम छम करती पायल
सुन कहीं झूम ना जाऊं
जो देखे मुझको ऐसे
सब कहीं भूल ना जाऊं
आंखें तेरी पर आंसू में
सोई ना तू पर जागूं मैं
टूटे दिल के उन कांचों में
तू दिन में ना मिले रातों में

तेरे माथे की ये बिंदिया
चुरा ले गई है निंदिया
देखे हाथों की मेहंदी तेरी
तो सो ना पाए अँखिया
तो सो ना पाए अँखिया

तेरा बनना था परछाई
तो सो ना पाए अँखिया
पर बन चुका हरजाई
तो सो ना पाए अँखिया