Yeh Jeevan Hai
Kishore Kumar
3:55ओ मांझी रे ओ मांझी रे अपना किनारा,नदिया की धारा है ओ मांझी रे साहिलों पे बहने वाले कभी सुना तो होगा कहीं, ओ हो, कागज़ों की कश्तियों का कहीं किनारा होता नहीं हो मांझी रे मांझी रे कोई किनारा जो किनारे से मिले वो अपना किनारा है ओ मांझी रे पानियों में बह रहे हैं कई किनारे टूटे हुए ओ हो, रास्तों में मिल गए हैं सभी सहारे छूटे हुए कोइ सहारा मझधारे में मिले वो अपना सहारा है ओ मांझी रे,अपना किनारा,नदिया की धारा है