Main Zindagi Ka Saath Nibhata Chala Gaya
Mohammed Rafi
3:51पुकारता चला हूँ मैं गली गली बहार की बस एक छाव ज़ुल्फ की बस एक निगाह प्यार की पुकारता चला हूँ मैं गली गली बहार की बस एक छाव ज़ुल्फ की बस एक निगाह प्यार की पुकारता चला हूँ मैं ये दिल्लगी ये शोखिया सलाम की यही तो बात हो रही है काम की कोई तो मुड़ के देख लेगा इस तरफ कोई नज़र तो होगी मेरे नाम की पुकारता चला हूँ मैं गली गली बहार की बस एक चाव ज़ुल्फ की बस एक निगाह प्यार की पुकारता चला हूँ मैं सुनी मेरी सदा तो किस यक़ीन से घटा उतर के आ गयी ज़मीन पे रही यही लगान तो अए दिल ए जवा असर भी हो रहेगा एक हसीन पे पुकारता चला हूँ मैं गली गली बहार की बस एक छाव ज़ुल्फ की बस एक निगाह प्यार की पुकारता चला हूँ मैं