Mere Sapnon Ki Rani
Kishore Kumar
5:01रुक जा ओ रुक जा रोकता है ये दीवाना रूठ के मुझसे ना जाना देखने वाले समझेंगे की तू है मेरी मेहबूबा ओ रुक जा रोकता है ये दीवाना रूठ के मुझसे ना जाना देखने वाले समझेंगे की तू है मेरी मेहबूबा ओ रुक जा ये मौसम ये नज़ारे इन फूलों के इशारे तेरी सूरत पे आशिक़ ये सारे सनम ये मौसम ये नज़ारे इन फूलों के इशारे तेरी सूरत पे आशिक़ ये सारे सनम कभी मस्त हवा छेड़ेगी तुझे कभी हम आ जायेंगे ओ रुक जा रोकता है ये दीवाना रूठ के मुझसे ना जाना देखने वाले समझेंगे की तू है मेरी मेहबूबा ओ रुक जा बैठी है हसीना तू सबसे जुदा क्यूँ है शोख़ अदा उठ झूम ज़रा ना जल हमारे प्यार से बैठी है हसीना तू सबसे जुदा क्यूँ बिखरा ज़ुल्फ़ें मायूस ना हो कोई तुझसे भी कहेगा रुक जा रोकता है ये दीवाना रूठ के मुझसे ना जाना देखने वाले समझेंगे की तू है मेरी मेहबूबा ओ रुक जा ज़ुल्फ़ ना ऐसे उलझे दुनिया ग़लत ना समझें मशहूर हो ना जाये अफ़साना कोई ज़ुल्फ़ ना ऐसे उलझे दुनिया ग़लत ना समझें मशहूर हो ना जाये अफ़साना कोई ए जानेवफा अरे अपना है क्या तुझे छेड़ेगा ज़माना रुक जा रोकता है ये दीवाना रूठ के मुझसे ना जाना देखने वाले समझेंगे की तू है मेरी मेहबूबा ओ रुक जा