O Sanam O Sanam
Kumar Sanu
5:46ऐसे मिली निगाहें पर्दे की ओट से ऐसे मिली निगाहें पर्दे की ओट से दिल हो गया है घायल... दिल हो गया है घायल आँखों की चोट से ऐसे मिली निगाहें पर्दे की ओट से ऐसे मिली निगाहें पर्दे की ओट से दिल हो गया है घायल... हाँ, दिल हो गया है घायल आँखों की चोट से नाज़ुक सा एक इशारा क्या काम कर गया बेजान धड़कनों में वो जान भर गया तुम मानो या ना मानो, मुझे ऐतबार है जिसे चोट हमने समझा, वही तो प्यार है सच है कि ये हमारी नज़रों की भूल है फिर भी ये चोट दिल को हँसकर क़ुबूल है सच है कि ये हमारी नज़रों की भूल है फिर भी ये चोट दिल को हँसकर क़ुबूल है हँसकर क़ुबूल है आओ, करेंगे मिलके आँखों का शुक्रिया इक पल में ही जिन्होंने आशिक़ बना दिया हाँ, ऐसे मिली निगाहें पर्दे की ओट से दिल हो गया है घायल आँखों की चोट से ये हाल-ए-दिल तुम्हें मैं कैसे करूँ बयाँ? बिल्कुल नई है दुनिया, हम आ गए जहाँ हाँ, इस चोट का हुआ है देखो तो क्या असर बेताब है तमन्ना, बेचैन है नज़र ऐ, ज़ख़्म देने वाले, दे दो तुम्हीं दवा मरहम लगा दो इस पे अब अपने प्यार का ऐ, ज़ख़्म देने वाले, दे दो तुम्हीं दवा मरहम लगा दो इस पे अब अपने प्यार का अब अपने प्यार का कितना है ख़ूबसूरत चाहत का ये सितम देखो यही दुआ है, अब दर्द ये ना हो कम ऐसे मिली निगाहें पर्दे की ओट से दिल हो गया है घायल आँखों की चोट से हाँ, ऐसे मिली निगाहें पर्दे की ओट से