Pehla Pehla Pyar
Lalit Kumar Verma
4:23चिट्ठी ना कोई सन्देश ओह चिट्ठी ना कोई सन्देश जाने वो कौन सा देश जहाँ तुम चले गए चिट्ठी ना कोई सन्देश जाने वो कौन सा देश जहाँ तुम चले गए चिट्ठी ना कोई सन्देश जाने वो कौन सा देश जहाँ तुम चले गए जहाँ तुम चले गए इस दिल पे लगा के ठेस जाने वो कौन सा देश जहाँ तुम चले गए एक आह भरी होगीं हमने ना सुनी होगीं जाते-जाते तुमने आवाज़ तो दी होगीं हर वक़्त यही है गम उस वक़्त कहाँ थे हम कहाँ तुम चले गए चिट्ठी ना कोई सन्देश जाने वो कौन सा देश जहाँ तुम चले गए जहाँ तुम चले गए इस दिल पे लगा के ठेस जाने वो कौन सा देश जहाँ तुम चले गए हर चीज़ पे अश्कों से लिखा है तुम्हारा नाम ये रस्ते घर गलियाँ तुम्हें कर ना सके सलाम हाय दिल में रह गई बात जल्दी से छुड़ा कर हाथ कहाँ तुम चले गए चिट्ठी ना कोई सन्देश जाने वो कौन सा देश जहाँ तुम चले गए जहाँ तुम चले गए इस दिल पे लगा के ठेस जाने वो कौन सा देश जहाँ तुम चले गए अब यादों के कांटे इस दिल में चुभते हैं ना दर्द ठहरता है ना आंसू रुकते हैं तुम्हें ढूंढ रहा है प्यार हम कैसे करें इकरार के हाँ तुम चले गए चिट्ठी ना कोई सन्देश जाने वो कौन सा देश जहाँ तुम चले गए जहाँ तुम चले गए इस दिल पे लगा के ठेस जाने वो कौन सा देश जहाँ तुम चले गए