Woh Shaam Kuch Aajib Thi - Film - Khamoshi
Lata Mangeshkar, Chorus
4:15मन रे तू काहे ना धीर धरे वो निर्मोही मोह ना जाने जिनका मोह करे मन रे तू काहे ना धीर धरे इस जीवन की चढ़ती ढलती धूप को किसने बांधा रंग पे किसने पहरे डाले रुप को किसने बांधा काहे ये जतन करे मन रे तू काहे ना धीर धरे इतना ही उपकार समझ कोई जितना साथ निभा दे जनम मरण का मेल है सपना ये सपना बिसरा दे कोई न संग मरे मन रे तू काहे ना धीर धरे वो निर्मोही मोह ना जाने जिनका मोह करे ओ मन रे तू काहे ना धीर धरे