O Mere Dil Ke Chain - Jhankar Beats
Kishore Kumar
4:22कि ज़िंदगी तेरी जुल्फों कि नर्म छांव में गुजरने पाती तो शादाब हो भी सकती थी यह रंज-ओ-ग़म कि सियाही जो दिल पे छाई हैं तेरी नज़र कि शुओं में खो भी सकती थी मगर यह हो न सका मगर यह हो न सका और अब ये आलम हैं कि तू नहीं, तेरा ग़म तेरी जुस्तजू भी नहीं कभी कभी मेरे दिल में ख़याल आता है कभी कभी मेरे दिल में ख़याल आता है के जैसे तुझको बनाया गया है मेरे लिये के जैसे तुझको बनाया गया है मेरे लिये तू अबसे पहले सितारों में बस रही थी कहीं तू अबसे पहले सितारों में बस रही थी कहीं तुझे ज़मीं पे बुलाया गया है मेरे लिये तुझे ज़मीं पे बुलाया गया है मेरे लिये कभी कभी मेरे दिल में ख़याल आता है के ये बदन ये निगाहें मेरी अमानत हैं के ये बदन ये निगाहें मेरी अमानत हैं ये गेसुओं की घनी छाँव हैं मेरी ख़ातिर ये होंठ और ये बाहें मेरी अमानत हैं ये होंठ और ये बाहें मेरी अमानत हैं कभी कभी मेरे दिल में ख़याल आता है के जैसे बजती हैं शहनाइयां सी राहों में के जैसे बजती हैं शहनाइयां सी राहों में सुहाग रात है घूँघट उठा रहा हूँ मैं सुहाग रात है घूँघट उठा रहा हूँ मैं सिमट रही है तू शरमा के अपनी बाहों में सिमट रही है तू शरमा के अपनी बाहों में कभी कभी मेरे दिल में ख़याल आता है के जैसे तुझको बनाया गया है मेरे लिये के जैसे तुझको बनाया गया है मेरे लिये कभी कभी मेरे दिल में