Duvidha
Lucke
3:02मंगल मूरति राम दुलारे आन पड़ा अब तेरे द्वारे हे बजरंगबली हनुमान हे महावीर करो कल्याण हे महावीर करो कल्याण किसी पर भी आस नहीं बस तू ही है सहारा जग से अब मैं हार गया अब ढूंढ रहा किनारा थक हार के बैठा हूँ पर मिलती नहीं है मंजिल मंजिल का मैं क्या करूँ मेरा राम में लगता दिल परेशान हूँ बेचैन सा हर शाम दर पे आता मैं भगवा रंग तन पे डाले अपना शीश झुकाता मैं राम नाम की बार-बार जय-जय-कार लगाता हूँ मन में तेरा नाम लेकर हर काम चलाता हूँ बिगड़ा हर वो काम बने तेरा नाम लेके करता हूँ मेरे गीत से मेरा नाम बने तुझे याद करके लिखता हूँ बजरंगी है नाम तुम्हारा राम तुम्हारे सीने में कृपा करना काम तुम्हारा तभी मजा है जीने में भक्ति में हूँ लीन तुम्हारे दिल के अपने पास रखो संकट में है भक्त तुम्हारा भक्तों की तुम लाज रखो हल करो प्रभु अब तो ये पीड़ा रोज सहता हूँ कष्टों से परेशान इसलिए बार-बार मैं कहता हूँ कष्टों से परेशान इसलिए बार-बार मैं कहता हूँ हे जगवंदन केसरी नंदन, हे जगवंदन केसरी नंदन कष्ट हरो हे कृपा निधान कष्ट हरो हे कृपा निधान मंगल मूरति राम दुलारे आन पड़ा अब तेरे द्वारे हे बजरंगबली हनुमान हे महावीर करो कल्याण हे महावीर करो कल्याण रामभक्त मेरी बात सुनो मेरी बात पे तुम गौर करो अंधकार है इस कलयुग में प्यार भरी तुम भोर करो संकट मोचन नाम तिहारो संकट का तुम नाश करो जो कुछ गलती हो हमारी हे रामभक्त तुम माफ करो पल भर में जलाई लंका जैसे दुःखों का नाश करो डर पर आए भक्तों को न प्रभु ऐसे निराश करो पवन सा है वेग तुम्हारा करुणा के तुम कारी हो काल भी क्या करे तुम्हारा काल पर भी भारी हो मतलब की इस दुनिया में सारे मतलब के लोग भरे काम पर तो करते याद फिर कभी न कॉल करें कोई नहीं है खुश यहाँ सब के सब परेशान गरज सुनो प्रभु अब तो हाँ, कर दो अब कल्याण गरज सुनो प्रभु अब तो हाँ, कर दो अब कल्याण मंगल मुरति राम दुलारे आन पड़ा अब तेरे द्वारे हे बजरंगबली हनुमान हे महावीर करो कल्याण हे महावीर करो कल्याण