Laaya
Mitraz
2:49ज़्हेर सा लगे हर पहेर हर समा ना लौटा सका दिल जो तुमसे लिया होके मेरा तुम मुझे गैर कहोगे शायद फिर भी तुम मेरी खैर करोगे दर्द पे मेरे तुम मेहेर करोगे साजना मेरे महबूब जावे ना दूर ख़याल अब निंदिया च मेरे है कितने फितूर रखेयान दिल छिपा के नज़रों से तेरे मेरे महबूब जावे ना दूर ख़याल अब निंदिया च मेरे है कितने फितूर रखेयान दिल छिपा के नज़रों से तेरे सजदा करू तेरे पॅल्को के साए में आजा वे आजा मंगड़ा राहु तेरे लवज़ो के वादे मई आजा वे आजा होके मेरा तुम मुझे गैर कहोगे शायद फिर भी तुम मेरी खैर करोगे दर्द पे मेरे तुम मेहेर करोगे साजना मेरे महबूब जावे ना दूर ख़याल अब निंदिया च मेरे है कितने फितूर रखेयान दिल छिपा क नज़रों से तेरे मेरे महबूब जावे ना दूर