Likhe Jo Khat Tujhe
Mohammed Rafi
3:06आने से उसके आए बहार जाने से उसके जाए बहार बड़ी मस्तानी है मेरी महबूबा मेरी ज़िंदगानी है मेरी महबूबा इस घटा को मैं तो, उसकी आँखों का काजल कहूँगा इस हवा को मैं तो, उसका लहराता आंचल कहूँगा कलियों का बचपन है, फूलों की जवानी है, मेरी मेहबूबा मेरी ज़िन्दगानी है, मेरी मेहबूबा बीत जाते हैं दिन, कट जाती हैं आँखों में रातें हम ना जाने क्या क्या, करते रहते हैं आपस में बातें मैं थोड़ा दीवाना, थोड़ी सी दीवानी है, मेरी मेहबूबा मेरी ज़िन्दगानी है, मेरी मेहबूबा