Mere Mann Mein Radhe
Mohit Pathak
3:06हो, मंगल भवन अमंगल हारी द्रवहु सो दसरथ अजीर बिहारी सीता राम चरित अति पावन मधुर सरस अरु अति मन भावन पुनि-पुनि कितनेहू सूने सुनाए हेय की प्यास बुझत न बुझाए मंगल भवन अमंगल हारी द्रवहु सो दसरथ अजीर बिहारी हो, मंगल भवन अमंगल हारी द्रवहु सो दसरथ अजीर बिहारी राम सिया राम सिया राम जय जय राम राम सिया राम सिया राम जय जय राम राम सिया राम सिया राम जय जय राम राम सिया राम सिया राम जय जय राम राम सिया राम सिया राम सिया राम राम सिया राम सिया राम सिया राम राम सिया राम सिया राम सिया राम, राम सिया राम, सिया राम, सिया राम राम सिया राम सिया राम सिया राम राम सिया राम सिया राम सिया राम राम सिया राम सिया राम सिया राम राम सिया राम सिया राम सिया राम राम सिया राम सिया राम सिया राम