Aaj Bazar Mein
Nayyara Noor
6:27चलो फिर से मुस्कुराएँ चलो फिर से दिल जलाएँ जो गुज़र गयी हैं रातें जो गुज़र गयी हैं रातें उन्हे फिर जगा के लाएँ उन्हे फिर जगा के लाएँ जो बिसर गयी हैं बातयन जो बिसर गयी हैं बातयन उन्हें याद में बुलाएँ उन्हें याद में बुलाएँ किसी शै नशीन पे ढालके वो धनक किसी काबा की किसी रग में कस-मसायी वो कसक किसी अदा की कोई हर्वे बे मौरवट किसी कुंज ए लब से फूटा वो छनक के शीश-ए-दिल कहे पाव फिर से टूटा यह लगन की और जलन की यह लगन की और जलन की यह मिलन की ना मिलन की यह मिलन की ना मिलन की जो सही हैं वारदातें जो सही हैं वारदातें जो गुज़र गयी हैं रातें जो बिसर गयी हैं बातें जो बिसर गयी हैं बातें कोई उनकी धुन बनाएँ कोई उनका गीत गाएँ चलो फिर से मुस्कुराएँ चलो फिर से दिल जलाएँ