Kabhi Hum Khoobsurat They
Nayyara Noor
5:45मुझे विदा कर मुझे विदा कर मुझे विदा कर मुझे विदा कर ये मैरी ज़ात को मुझे विदा कर मुझे विदा कर मैं तारे साथ अपने आप क सियाह घार मैं बोहुत पनहा लै चुका मैं अपने हाथ पाओं दिल की आग मैं तपा चुका मुझे विदा कर मुझे विदा कर के आब-ओ-गिल क आँसू की बाई-सदाययन सुन सुकून मुझे विदा कर मुझे विदा कर बोहुत ही दैर, दैर जैसी दैर हो चुकी के अब घड़ी मैं बीसवीं सदी की रात बज चुकी मुझे विदा कर मुझे विदा कर के अपने आप मैं मैं इतने खुवाब जी चुका के होसला नहीं के होसला नहीं मैं इतनी बार अपने ज़ख़्म आप सी चुका के होसला नहीं के होसला नहीं