Vate Vari
Swapnil Bandodkar
तुझको शायद मेरी याद आई फिर हवा गुनगुना ने लगी हैं तुझको शायद मेरी याद आई फिर हवा गुनगुना ने लगी हैं मनचले बादलो की सवारी तेरे गाओं से आने लगी हैं आने लगी हैं आने लगी हैं तुझको शायद मेरी याद आई फिर हवा गुनगुना ने लगी हैं मीठी मीठी सी दिल में कसक हैं मीठी मीठी सी दिल में कसक हैं कौन मेरे सिवा जानता हैं अपनी हालत को मैं जानती हूँ या तो मेरा खुदा जानता हैं मेरे दिल की खुशी दिल ही दिल में शोर कितना मचाने लगी हैं मचाने लगी हैं शोर मचाने लगी हैं धड़कने मेरे बस में नहीं हैं धड़कने मेरे बस में नहीं हैं आज मौसम बोहोत है निराला क्या मेरी ज़िन्दगी के चमन में आस का फूल है खिलने वाला क्यूँ मेरी आँखों में बाकपन से रात काजल लगाने लगी हैं लगाने लगी हैं काजल लगाने लगी हैं तुझको शायद मेरी याद आई फिर हवा गुनगुना ने लगी हैं मनचले बादलो की सवारी तेरे गाओं से आने लगी हैं आने लगी हैं आने लगी हैं तुझको शायद