Kashi Ke Vasi
Pawan Singh
3:28प्रेम से बोलो सचे दरबार के जय अडहुल के फुल से हरवा बनावनी हो लाले लाले लाले लाले सड़ीया तिकुलिया महावर लावणी हो लाले लाले माई बुलावले बाड़ी आशा लगवले बाड़ी चला तोरे दर्शन के जिया हरसाए राते मईया सपना देखावली चल चुनरी चढ़ावे हाय हाय हाय चल चुनरी चढ़ावे हाय हाय हाय चल चुनरी चढ़ावे प्रेम से बोलो जय माता दी कलश रखाइल दियरी जगमग जरता औउर भक्ति के भाव में मनवा जय जय करता झुमका हरवा सुनरे सुनरे गजरा गजरवा सुनरे सुनरे श्रधा जागवले बाड़ी आपन बनवले बाड़ी मंदिर के घंटी जिया भीतरी सुनर जियरा में जोगन के जोगवा जगावाली चल चुनरी चढ़ावे हाय हाय हाय चल चुनरी चढ़ावे हाय हाय हाय चल चुनरी चढ़ावे प्रेम से बोलो जय माता दी माई के चरण के धुरिया लीला रस जी औउरी पांव के पायलिया मन के अंगना बजी नथनी बिंदिया निमने निमने टिका हो सुलिया निमने निमने विनय बिहारी पवन भईले भक्ति में मगन गईले गित दिलवा में श्रधा सजाई माई मोरी दुलारी के सन्देश बाटे चल चुनरी चढ़ावे हाय हाय हाय चल चुनरी चढ़ावे हाय हाय हाय चल चुनरी चढ़ावे