Aziyat 2.0 (Reprise Version)
Pratsofficial
3:15नैना नैना नैना नैना नैना नैना वफ़ायें हुई हैं तेरी बाहों मिल जाए जो मुझे वो सुकून चाहिए सारी रैना में लिपटा हुआ मुझीसे बस तू चाहिए कई ज़ुल्म से के भी तेरे रहे तू जाने ना क्या ही दर्द सहे हन ख़यालों में तेरे रहे हम सताए हुए हैं नैनो में तेरे नैना समाए हुए हैं (रोज़ाना तेरा ख्वाबों में आना) बीती हुई हैं रैना वफ़ायें हुई हैं (ख्वाबों में बाहों से लगाना) नैनो में तेरे नैना समाए हुए हैं (रोज़ाना तेरा ख्वाबों में आना) बीती हुई हैं रैना वफ़ायें हुई हैं (ख्वाबों में बाहों से लगाना) जाने क्यूँ यह फ़िज़ायें ले जायें हमें तेरी ओर तेरी ओर बारीशों में हवायें ले जायें हमें तेरी ओर तेरी ओर बेवजह ही वजह कोई मिल जाए तो चेहरा मेरा फूलों सा खिल जाए तो हन ख़यालों में ऐसी ही ख्वाब सजाए हुए हैं नैनो में तेरे नैना समाए हुए हैं(रोज़ाना तेरा ख्वाबों में आना) बीती हुई हैं रैना वफ़ायें हुई हैं (वफ़ायें हुई हैं) नैनो में तेरे नैना समाए हुए हैं (रोज़ाना तेरा ख्वाबों में आना) बीती हुई हैं रैना वफ़ायें हुई हैं (ख्वाबों में बाहों से लगाना) वफ़ायें हुई हैं