Afreen Afreen
Rahat Fateh Ali Khan & Momina Mustehsan
6:41आ पिया इन नैनन मे जो मैं पलक ढांप तोहे लू ना मैं देखु गैर को, ना मैं तोहे देखने डू साँसों की माला पे साँसों की माला पे सिमरूं मैं पी का नाम पी का नाम अपने मन की मैं जानू और पी के मन की राम सांसो की माला पे सिमरु मैं पी का नाम पी का नाम प्रेम के रंग में ऐसी डूबी प्रेम के रंग में ऐसी डूबी बन गया एक ही रूप प्रेम की माला जपते जपते हो गयी सुबह से शाम साँसों की माला पे, सिमरूं मैं पी का नाम पी का नाम प्रेम प्याला जब से पिया है प्रेम प्याला जब से पिया है जी का ही ये राम अगरो पे नींद आये है काँटों पे आराम साँसों की माला पे, साँसों की माला पे सिमरूं मैंसिमरूं मैं सिमरूं मैं पी का नाम पी का नाम पी का नाम पी का नाम पी का नाम प नि दा नि दा नि दा दा दा दा रा ग म प नि सा रे गा दा दा दा दा रा नि नि नि नि दा दा दा दा दा दा रा नि नि नि नि दा दा दा दा दा रा म प म प म प म प म प नि नि दा रा म प म प प नि दा नि नि दा रा म प म प प नि दा नि नि दा रा म प म प प नि दा दा रा म प सा रे गा दा रे सा साँसों की माला पे, सिमरूं मैं पी का नाम पी का नाम पी का नाम