Ajj Din Chadheya
Pritam
5:16नि पा म नि पा नि सा सा सा पा नि सा सा सा नि पा म नि पा नि सा सा सा पाया मैंने पाया तुम्हें, रब ने मिलाया तुम्हें होंठों पे सजाया तुम्हें, नगमें सा गाया तुम्हें पाया मैंने, पाया तुम्हें, सबसे छुपाया तुम्हें सपना बनाया तुम्हें, नींदों में बुलाया तुम्हें तुम जो आए ज़िन्दगी में बात बन गई इश्क मज़हब, इश्क मेरी ज़ात बन गई पाया मैंने पाया तुम्हें, रब ने मिलाया तुम्हें होंठों पे सजाया तुम्हें, नगमें सा गाया तुम्हें पाया मैंने, पाया तुम्हें, सबसे छुपाया तुम्हें सपना बनाया तुम्हें, नींदों में बुलाया तुम्हें तुम जो आए ज़िन्दगी में बात बन गई इश्क मज़हब, इश्क मेरी ज़ात बन गई सपने तेरी चाहतों के सपने तेरी चाहतों के देखता हूँ अब कई दिन है सोना और चांदी रात बन गई हो तुम जो आए ज़िन्दगी में बात बन गई पाया मैंने पाया तुम्हें, रब ने मिलाया तुम्हें (आ आ) होंठों पे सजाया तुम्हें, नगमें सा गाया तुम्हें (आ आ) पाया मैंने, पाया तुम्हें, सबसे छुपाया तुम्हें (आ आ) सपना बनाया तुम्हें, नींदों में बुलाया तुम्हें (आ आ) ऐसा मैं सौदाई हुआ, धड़कनें भी अपनी तो लगती हैं तेरी आहटें अरे हाँ माँगी न खुदाई मैंने, माँगा न ज़माना भी माँग ली है तेरी चाहतें ख्वाहिशें मिलने की तुमसे ख्वाहिशें मिलने की तुमसे रोज़ होती है नई मेरे दिल की जीत मेरी मात बन गई हो तुम जो आए ज़िन्दगी में बात बन गई आ आ आ तेरे बिना फीकी सी थी मेरी ज़िन्दगानी ये तेरे संग मीठी हो गई आ आता-जाता खुशियों के मैं गले लग जाता हूँ दुनिया भी लगती है नई रौनके हैं दिल के दर पे रौनके हैं दिल के दर पे धड़कने हैं सुरमई मेरी किस्मत भी तुम्हारे, साथ बन गई तुम जो आए ज़िन्दगी में बात बन गई सपने तेरी चाहतों के सपने तेरी चाहतों के देखता हूँ अब कई दिन है सोना और चांदी रात बन गई तुम जो आए ज़िन्दगी में बात बन गई पाया मैंने पाया तुम्हें, रब ने मिलाया तुम्हें (आ आ) होंठों पे सजाया तुम्हें, नगमें सा गाया तुम्हें(आ आ) पाया मैंने, पाया तुम्हें, सबसे छुपाया तुम्हें(आ आ) सपना बनाया तुम्हें, नींदों में बुलाया तुम्हें(आ आ)