Ram Jai Jai Ram Main To Ram Hi Ram Pukarun
Ravindra Jain
4:49अंगद ने कही देखो नहीं ऐसो राजा असभ्य अनीति कुषाशन तीनों लोक के राजा के दूत को बैठन को नहीं देत जो आसन आग लगी अंगद के अंग मे सुन अभिमान भरे संभासन पुछ बिना कही पुछ न होती सो डारी लियों निज पुछ को आसन डारी लियों निज पुछ को आसन