Ram Bhakt Le Chala Re Ram Ki Nishaani
Ravindra Jain
4:06राम कहानी सुनो, रे, राम कहानी राम कहानी सुनो, रे, राम कहानी कहत-सुनत आवे, कहत-सुनत आवे अखियों में पानी राम कहानी सुनो, रे, राम कहानी राम कहानी सुनो, श्री राम कहानी श्री राम, जय राम, जय-जय राम श्री राम, जय राम, जय-जय राम दशरथ के राजदुलारे, कौशल्या की आँख के तारे दशरथ के राजदुलारे, कौशल्या की आँख के तारे वे सूर्यवंश के सूरज, वे रघुकुल के उजियारे राजीव नयन बोले, राजीव नयन बोले मधु भरी बानी राम कहानी सुनो, श्री राम कहानी राम कहानी सुनो, रे, राम कहानी शिव धनुष भंग प्रभु करके, ले आए सीता वर के शिव धनुष भंग प्रभु करके, ले आए सीता वर के घर त्याग भए वनवासी, पित की आज्ञा सिर धर के लखन, सिया ले संग, लखन, सिया ले संग छोड़ी रजधानी राम कहानी सुनो, रे, राम कहानी राम कहानी सुनो, रे, राम कहानी श्री राम, जय राम, जय-जय राम श्री राम, जय राम, जय-जय राम खल भेष भिक्षु का धर के, भिक्षा का आग्रह करके खल भेष भिक्षु का धर के, भिक्षा का आग्रह करके उस जनक-सुता सीता को छल-वल से ले गया हर के बड़ा दुख पावे, बड़ा दुख पावे राजा राम जी की रानी राम कहानी सुनो, रे, राम कहानी राम कहानी सुनो, रे, राम कहानी श्री राम ने मोहे बैठायो, मैं राम दूत बन आयो श्री राम ने मोहे बैठायो, मैं राम दूत बन आयो सीता माँ की सेवा में रघुवर को संदेशा लायो और संग लायो, और संग लायो प्रभु मुद्रिका निशानी राम कहानी सुनो, रे, राम कहानी राम कहानी सुनो, रे, राम कहानी