Shri Ramchandra Kripalu Bhajman - Ram Stuti
Ritesh Mishra
3:11हमारे साथ श्री रघुनाथ तो किस बात की चिंता हमारे साथ श्री रघुनाथ तो किस बात की चिंता शरण में रख दिया जब माथ तो किस बात की चिंता शरण में रख दिया जब माथ तो किस बात की चिंता हमारे साथ श्री रघुनाथ तो किस बात की चिंता शरण में रख दिया जब माथ तो किस बात की चिंता किया करते हो तुम दिन रात क्यों किस बात की चिंता किया करते हो तुम दिन रात क्यों किस बात की चिंता किया करते हो तुम दिन रात क्यों किस बात की चिंता किया करते हो तुम दिन रात क्यों किस बात की चिंता तेरे स्वामी को रहती है तेरी हर बात की चिंता तेरे स्वामी को रहती है तेरी हर बात की चिंता हमारे साथ श्री रघुनाथ तो किस बात की चिंता हमारे साथ श्री रघुनाथ तो किस बात की चिंता ना खाने की ना पीने की ना मरने की ना जीने की ना खाने की ना पीने की ना मरने की ना जीने की ना खाने की ना पीने की ना मरने की ना जीने की ना खाने की ना पीने की ना मरने की ना जीने की रहे हर स्वास में भगवान के प्रिय नाम की चिंता रहे हर स्वास में भगवान के प्रिय नाम की चिंता हमारे साथ श्री रघुनाथ तो किस बात की चिंता हमारे साथ श्री रघुनाथ तो किस बात की चिंता विभीषण को अभय वर दे किया लंकेश पल भर में विभीषण को अभय वर दे किया लंकेश पल भर में विभीषण को अभय वर दे किया लंकेश पल भर में विभीषण को अभय वर दे किया लंकेश पल भर में उन्ही का कर रहे गुणगान तो किस बात की चिंता उन्ही का कर रहे गुणगान तो किस बात की चिंता हमारे साथ श्री रघुनाथ तो किस बात की चिंता हमारे साथ श्री रघुनाथ तो किस बात की चिंता हुई भक्त पर कृपा बनाया दास प्रभु अपना हुई भक्त पर कृपा बनाया दास प्रभु अपना हुई भक्त पर कृपा बनाया दास प्रभु अपना हुई भक्त पर कृपा बनाया दास प्रभु अपना उन्ही के हाथ में अब हाथ तो किस बात की चिंता उन्ही के हाथ में अब हाथ तो किस बात की चिंता हमारे साथ श्री रघुनाथ तो किस बात की चिंता हमारे साथ श्री रघुनाथ तो किस बात की चिंता शरण में रख दिया जब माथ तो किस बात की चिंता शरण में रख दिया जब माथ तो किस बात की चिंता