Mujra
Rohit Sardhana
3:56कबूतर मरे गुलेल ते, कद बाज नहीं मरते बालक होके, बेटा बाप की होड़ नहीं करते बता कौन टिकेगा सामी, मैं सबकी बत्ती बोर करूं उस दिन, मर जावेगा दुश्मन रा जिस दिन भी मैं गौर करूं एक फोन पे भागे, मामा फूफी के आवे रे करके असला लोड़, बालक यूपी के आवे चाहे कैसे भी हालात हो, जब इज्जत वाली बात हो छोड़ के पूजा-पाठ, सस्त्र धारणे पड़ जांगे गुंडे हो या डाकू, साले मारने पड़ जांगे रे छोड़ के पूजा-पाठ, सस्त्र धारणे पड़ जांगे चाहे गुंडे हो या डाकू, साले मारने पड़ जांगे Saif Music ना सोच के आने, शेर के बालक छेड़ने चाहिए ढके ढका जख्म, कद ना कुरेदने चाहिए अरे घर से बंदा उठवा देंगे, रातों-रात में आधा सर्कल यूपी में, आधा मेवात में ये उड़ रे से जो बाज, धरन पे तारने पड़ जांगे गुंडे हो या डाकू, साले मारने पड़ जांगे रे छोड़ के पूजा-पाठ, सस्त्र धारणे पड़ जांगे चाहे गुंडे हो या डाकू, साले मारने पड़ जांगे मैं उस खानदान का वारिस हूं, जहां शेर पलते हैं चा चाता है के लड़ने में, रा गैस चलते हैं रे एक बॉल पे कुन बात, सो लाठी उठेंगी किसे की गर्दन टूटे, किसे की पसली टूटेगी तने भागने के रास्ते, सोच-विचारने पड़ जांगे गुंडे हो या डाकू, साले मारने पड़ जांगे छोड़ के पूजा-पाठ, सस्त्र धारणे पड़ जांगे चाहे गुंडे हो या डाकू, साले मारने पड़ जांगे मेरी माँ ने छोरा शेरियो जाम रख्या है जो भी गुंडा उभरा, हमने थाम रख्या है तू कितना बड़ा गुंडा है, देखा हमने तेरा है मने सुना तू मदने को भी सिक्योरिटी ले रहा है रोहित सरधाना के सामी, खेल सब हारने पड़ जांगे गुंडे हो या डाकू, साले मारने पड़ जांगे रे छोड़ के पूजा-पाठ, सस्त्र धारणे पड़ जांगे चाहे गुंडे हो या डाकू, साले मारने पड़ जांगे