Roop Suhana Lagta Hai

Roop Suhana Lagta Hai

S.P. Balasubrahmanyam, K.S. Chithra

Альбом: Ek Cup Compliments
Длительность: 4:46
Год: 1978
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Текст песни

रूप सुहाना लगता है चांद पुराना लगता है
तेरे आगे ओ जानम
रूप सुहाना लगता है चांद पुराना लगता है
तेरे आगे ओ जानम
ओ तू भी क्या चीज़ है हर दिल अज़ीज़ है
दिल चाहे देखे तुझे हम हर दम
तू भी क्या चीज़ है हर दिल अज़ीज़ है
दिल चाहे देखे तुझे हम हर दम
रूप सुहाना लगता है चांद पुराना लगता है
तेरे आगे ओ जानम
रूप सुहाना लगता है चांद पुराना लगता है
तेरे आगे ओ जानम

मै दीवाना आवारा पागल
गलियो मै फिरता हू मै मारा मारा
ओ मै दीवाना आवारा पागल
गलियो मै फिरता हू मै मारा मारा
महलो की तू रहने वाली कैसे बनूगा तेरा सहारा
फिर भी न जाने दिल क्यू न माने
हर दिन हर पल तुझको पुकारे
रूप सुहाना लगता है चांद पुराना लगता है
तेरे आगे ओ जानम
अरे रूप सुहाना लगता है चांद पुराना लगता है
तेरे आगे ओ जानम
हो तू भी क्या चीज़ है हर दिल अज़ीज़ है
दिल चाहे देखे तुझे हम हर दम
रूप सुहाना लगता है चांद पुराना लगता है
तेरे आगे ओ जानम
हे रूप सुहाना लगता है चांद पुराना लगता है
तेरे आगे ओ जानम

हो ओ आ आ आ हो ओ आ आ आ हो ओ हो ओ
आ आ आ आ आ
महलो की क्या है मुझको जरूरत
मै तो तेरे दिल मै रहूंगी
फूलो पे संग संग सब चलते है
काटो पे तेरे संग चलूंगी
होने लगा तू सांसो मै शामिल
जीना है बस मुझे तेरे सहारे
रूप सुहाना लगता है चांद पुराना लगता है
तेरे आगे ओ जानम
रूप सुहाना लगता है चांद पुराना लगता है
तेरे आगे ओ जानम
हो तू भी क्या चीज़ है हर दिल अज़ीज़ है
दिल चाहे देखे तुझे हम हर दम
तू भी क्या चीज़ है हर दिल अज़ीज़ है
दिल चाहे देखे तुझे हम हर दम
रूप सुहाना लगता है चांद पुराना लगता है
तेरे आगे ओ जानम
रूप सुहाना लगता है चांद पुराना लगता है
तेरे आगे ओ जानम