Aaj Ki Raat (From "Stree 2")
Sachin-Jigar
3:49झूठी खाई थी क़सम जो निभाई नई झूठी खाई थी क़सम जो निभाई नई झूठी खाई थी क़सम जो निभाई नई काटी रात मैंने खेतों में तू आई नई काटी रात मैंने खेतों में तू आई नई काटी रात मैंने खेतों में तू आई नई ले के आया भी मैं घर से रजाई नई ले के आया भी मैं घर से रजाई नई नहीं आई आई आई आई तू तो आई नई हो नहीं आई आई आई आई तू तो आई नई हो काटी रात मैंने खेतों में तू आई नई निकल रही थी मैं तो सज के संवर के टोका मेरी अम्मा ने आँखें बड़ी कर के हो बोली मुझे क्यों री कहां चली कलमुई खेतों में कुंवारी छोरी जाती नहीं यूंही ऐसे लड़के जो खेतों में बुलाते हैं हाँ ऐसे लड़के जो खेतों में बुलाते हैं बेटी बनते कभी भी वो जमाई नई काटी रात मैंने खेतों में तू आई नई हो काटी रात मैंने खेतों में तू आई नई जान इ दीवाना पलके बिछाना आता हे तुझे बस करना बहाना सुन के दुहाई आई रे कयामत फिर भी हुआ न कभी तेरा आना हो ढल जाए रे जवानी इंतज़ार में हो ढल जाए रे जवानी इंतज़ार में तेरे चक्कर में दूसरी पटाई नई काटी रात मैंने खेतों में तू आई नई हो काटी रात मैंने खेतों में तू आई नई हो आई आई आई आई तू तो आई नई हो काटी रात मैंने खेतों में तू आई नई ओह उई माँ उई माँ उई माँ ओह उई माँ उई माँ उई माँ