Jagat Mein Sab Matlab Ke Yaar
Satyendra Pathak
7:15रघुकुल रीत सदा चली आयी प्राण जाए पर वचन ना जाई राम सिया राम सिया राम जय जय राम हरी अनंत हरी कथा अनंता कही सुनी बहु बिधि सब संता राम सिया राम सिया राम जय जय राम जा की रही भावना जैसी प्रभु मूर्ति देखि तीन तैसी राम सिया राम सिया राम जय जय राम मंगल भवन अमंगल हारीद्रबहु सु दसरथ अजिर बिहारी राम सिया राम सिया राम जय जय राम धीरज धरम मित्र अरु नारी आपद काल परखिए चारी ल राम सिया राम सिया राम जय जय राम जाको विधि दारुण दुःख दीन्हा ताकि मती पाहिले हर लीन्हा राम सिया राम सिया राम जय जय राम कलयुग केवल नाम आधार सुमिर सुमिर नर उतरहि पारा राम सिया राम सिया राम जय जय राम जा पर कृपा राम की होई ता पर कृपा करे सब कोई राम सिया राम सिया राम जय जय राम