Hum Dard Ka Afsana

Hum Dard Ka Afsana

Shamshad Begum

Альбом: Dard
Длительность: 3:52
Год: 1947
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Текст песни

हम दर्द का अफ़साना दुनिया को सुना देंगे
हम दर्द का अफ़साना दुनिया को सुना देंगे
हर दिल में मुहब्बत के इक आग लगा देंगे
हर दिल में मुहब्बत के इक आग लगा देंगे
हो जायेगी फिर दुनिया आबाद यतीमों की
हो जायेगी फिर दुनिया आबाद यतीमों की
गूंजेगी ज़माने में फ़रियाद यतीमों की
गूंजेगी ज़माने में फ़रियाद यतीमों की
रोते हुए नगमों से तूफ़ां उठा देंगे
रोते हुए नगमों से तूफ़ां उठा देंगे
हर दिल में मुहब्बत की इक आग लगा देंगे
सरकार-ए-दो आलम की उम्मत पे सितम क्यों हो
सरकार-ए-दो आलम की उम्मत पे सितम क्यों हो
अल्लाह के बन्दों को मझदार का ग़म क्यों हो
अल्लाह के बन्दों को मझदार का ग़म क्यों हो
इस्लाम की कश्ती को हम पार लगा देंगे
इस्लाम की कश्ती को हम पार लगा देंगे
हम दर्द का अफ़साना
एहसान यतीमों की तक़दीर पे कर डालो
एहसान यतीमों की तक़दीर पे कर डालो
फ़रियाद है दिलवालों, फ़रियाद है दिलवालों
फ़रियाद है दिलवालों, फ़रियाद है दिलवालों
हम पर भी करम करना, हम तुम को दुआ देंगे
हर दिल में मुहब्बत की