Aaj Kal Zindagi
Shankar Ehsaan Loy
4:15क्या करूं हौले हौले जो मेरा दिल गा रहा है क्या करूं धीमे धीमे से नशे में जो है ज़िन्दगी क्या करूं धीरे धीरे मैं बेह्का जा रहा हूँ क्या करूं थोडा थोडा तो असर होना है मुझपे भी तू रु तू तू रु तू रु तू तू रु तू रु तू तू रु तू रु तू तू रु क्या करूं सोये सोये से कई अर्मां हैं जगे क्या करूं खोयी खोयी सी है कही राहों में ज़िन्दगी क्या करूं नए नए सपने हैं मेरे आगे क्या करूं थोडा थोडा तो असर होना है मुझपे भी तू रु तू तू रु तू रु तू तू रु क्या करूं तू रु तू तू रु तू रु तू तू रु ये दिल यह रातें ये सारी बातें मेहेके मेहेके बेहेके बेहेके ये जो पल हैं ये ना बीतें यूँ ही मैं रहूँ क्या करूं हौले हौले जो मेरा दिल गा रहा है क्या करूं धीमे धीमे से नशे में जो है ज़िन्दगी क्या करूं धीरे धीरे मैं बेह्का जा रहा हूँ (रहा हूँ) क्या करूं थोडा थोडा तो असर होना है मुझपे भी तू रु तू तू रु तू रु तू तू रु (क्या करूं) तू रु तू तू रु तू रु तू तू रु तू रु तू तू रु तू रु तू तू रु तू रु तू तू रु तू रु तू तू रु वोह येह येह