Bumbro
Shankar Mahadevan
5:09मेरे पापा का गुसा, ढां ट ढां अइया मेरे पापा को गुस्सा जब आता है दर के मारे tv और कपाट हिल जाता है अइया मेरे पापा को गुस्सा जब आता है दर के मारे tv और कपाट हिल जाता है पापा का गुस्सा कैसा है दारासिंघ जैसा देखो देखो देखो देखो अइया तेरे पापा को गुस्सा जब आता है दर के मारे tv और कपाट हिल जाता है पापा का गुस्सा कैसा है दारासिंघ जैसा देखो देखो देखो देखो अइया तेरे पापा को गुस्सा जब आता है जुल्दी सबेरे मैं उठती हूँ क्या क्या गुलामी करती हूँ सोचो सोचो सोचो सोचो जुल्दी सबेरे मैं उठती हूँ, क्या क्या गुलामी करती हूँ सोचो सोचो सोचो सोचो इनको उठाके चाय बनाके डू मैं कपड़े सारे धोती हूँ मैं नाश्ता देती हूँ पूरे घर का बोझ अपने सर पे मैं लेती हूँ तुम्हे भी मैं संभालू इन्हे भी मैं संभालू कैसे बोलो ओ बोलो बोलो अइया तेरे पापा को गुस्सा जब आता है मेरे पापा का गुसा, ढां ट ढां मैं हूँ police में चोरो का पिच्छा दिन भर मैं करता हूँ आगे पिच्चे हे दौड़ू भागु मैं हूँ police में चोरो का पिच्छा दिन भर मैं करता हूँ आगे पिच्चे हे दौड़ू भागु मेरी मजबूरी कोई नही समझे यहाँ अरे मैं भी घर cockroach और चूहों से लड़ती हूँ सारा दिन उन आके में पिच्चे पड़ती हूँ तुम भी थे मेरे पिच्चे लेकिन शादी से पहले मैं हूँ मैं हूँ Boss घर की अइया मेरे पापा को गुस्सा जब आता है दर के मारे tv और कपाट हिल जाता है पापा का गुस्सा कैसा (पापा का गुस्सा कैसा) है दारासिंघ जैसा (है दारासिंघ जैसा) देखो देखो (देखो देखो) देखो देखो देखो देखो हा देखो देखो मेरे पापा का गुसा ढां ट ढां