Raani
Shashwat Bulusu
4:53अंजाम है कई चरखा चलता चले अंजाम है कई चरखा चलता चले गुलों का एक बाघ है गुलों का एक बाघ है यह कैसा अभिमान है? गुलों का एक बाघ है यह कैसा अभिमान है? नाम मे, जाम मे है नया मुकाम यह नाम मे, जाम मे है नया मुकाम यह बरसात हो रही च्चत यह भीगता रहे बरसात हो रही मॅन यह वीरान है अंजाम है कई चरखा चलता चले