Tamanna Thi
Shetu Majumdar
3:47हो हो हो हो एक अजनबी सा रिश्ता है अपना पर अजनबी तू लगता नहीं लिख दी खुदा ने सबकी कहानी मेरी कहानी तुझसे बनी सोचा नहीं था ऐसे मिलोगे जैसे मिली हो परछाइयां तुमने मिटा दी तनहाइयां छाया है मेरी रूह पे तेरा नशा अपना सा अजनबी तू लगने लगा खुदा ने जैसे तुझको ही था लिखा ओ जानिया छाया है मेरी रूह पे तेरा नशा अपना सा अजनबी तू लगने लगा खुदा ने जैसे तुझको ही था लिखा ओ जानिया हम्म हम्म हम्म ज़ख्मों से गहरा नाता था मेरा पर तू मिला तो आया सुकून आँखों में तेरी हैं राज़ गहरे पर मेरी आँखों में तेरा जुनून दिल की दीवारों पे तू ही लिखा जागूं या सोऊं मैं तू ही दिखा तुमने मिटा दी तनहाइयां छाया है मेरी रूह पे तेरा नशा अपना सा अजनबी तू लगने लगा खुदा ने जैसे तुझको ही था लिखा ओ जानिया छाया है मेरी रूह पे तेरा नशा अपना सा अजनबी तू लगने लगा खुदा ने जैसे तुझको ही था लिखा ओ जानिया ओ जानिया ओ जानिया ओ जानिया ओ जानिया ओ जानिया