Ishq Hua
Sonu Nigam
4:23हो हो तू दर्द मेरा, तू मरहम भी तू मुझसे मिल, तू मेहरम भी तू इश्क मेरा, तू रश्क मेरा तू ख़ुशी मेरी, तू अश्क मेरा तू सब कुछ, सब कुछ रे तू दर्द मेरा, तू मरहम भी तू मुझसे मिल, तू मेहरम भी तू इश्क मेरा, तू रश्क मेरा तू ख़ुशी मेरी, तू अश्क मेरा.. तू सब कुछ, सब कुछ, सब कुछ तू सब कुछ, सब कुछ, सब कुछ रे ओ ओ… तू सब कुछ, सब कुछ रे..हाय! तू दर्द मेरा, तू मरहम भी तू मुझसे मिल, तू मेहरम भी तू इश्क मेरा, तू रश्क मेरा तू ख़ुशी मेरी, तू अश्क मेरा.. तू ख़ुशी मेरी, तू अश्क मेरा.. तू सब कुछ, सब कुछ, सब कुछ तू सब कुछ, सब कुछ, सब कुछ रे तू सब कुछ, सब कुछ, सब कुछ रे तू आहा अयेहे ओहो आ.. जब सपना तेरा, सपना तेरा आता है पलकें रोशन हो जाती हैं जब नाम तुम्हारा लेता हूँ सांसें.. सांसें चंदन हो जाती हैं आआ… हा हा.. मैं सर से लेकर पांव तक.. (हाय शवा) तेरे प्यार की मारी लगती हूँ.. (हाय शावा) मैं अपनी भी अब नहीं रह रही साइयां मैं अपनी भी अब नहीं रह रही मैं सिर्फ तुम्हारी लगती हूं तू बोल मेरा, तू बात मेरी तू दीन मेरा, तू जात मेरी तू इश्क मेरा, तू रश्क मेरा तू ख़ुशी मेरी, तू अश्क मेरा.. तू सब कुछ, सब कुछ, सब कुछ तू सब कुछ, सब कुछ, सब कुछ रे.. तू सब कुछ, सब कुछ, सब कुछ रे.. हो! रहे सुहागन चाँद सी दुल्हन मांग सिन्दूरी हो रंगरसिया से प्रेमी पिया से कभी ना दूर हो हाथों में तेरे पिया की मेहंदी गूंधी गूंधी हो हो कांची रे.. कांची रे.. हो कांची रे.. कांची रे.. हो हो... ता रा राम पम