Kash Aap Hamare Hote(Sad)
Sonu Nigam, Aadesh Shrivastava, & Praveen Bhardwaj
5:32आ आ आ आ आ आ आ आ आ ज़िन्दगी तो है अमल सब्र के काबू में नहीं नब्ज का गर्म लहू ठन्डे से आंसू में नहीं उड़ने में खुलने में है खुशबु गेम गेसु में नहीं जन्नत एक और है जो मर्द के पहलु में नहीं उसकी आजाद रबिश पर ही मचलना है तुझे उसकी आजाद रबिश पर ही मचलना है तुझे जिस में जलता हूँ उसी आग में जलना है तुझे उठ मेरी जान मेरे साथ ही चलना है तुझे उठ मेरी जान मेरे साथ ही चलना है तुझे उठ मेरी जान उठ मेरी जान उठ मेरी जान उठ मेरी जान मेरे साथ ही चलना है तुझे तेरे आँचल में है किरणे भी अँधेरा ही नहीं तुझसे राते भी महकती है सवेरा ही नहीं दिल में अरमान भी है ग़म का बसेरा ही नहीं ग़म के घनघोर अँधेरे से निकलना है तुझे ग़म के घनघोर अँधेरे से निकलना है तुझे जिसमे जलता हूँ उसी आग में जलना है तुझे उठ मेरी जान मेरे साथ ही चलना है तुझे उठ मेरी जान उठ मेरी जान उठ मेरी जान उठ मेरी जान मेरे साथ ही चलना है तुझे कदर अब्ब तक तेरी तारीख़ ने जानी ही नहीं रोशनी भी तेरी आँखों में है पानी ही नहीं हार तूने कभी तक़दीर से मानी ही नहीं तू हक़ीक़त भी है दिलचस्प कहानी ही नहीं हर अदा तेरी क़यामत है जवानी ही नहीं अपनी तारीख़ का उन्वान बदलना है तुझे उठ मेरी जान मेरे साथ ही चलना है तुझे उठ मेरी जान उठ मेरी जान उठ मेरी जान उठ मेरी जान मेरे साथ ही चलना है तुझे