Sarphira
Sreerama Chandra
3:26जाने किस डगर है चला यह मैं बावरा नैनों में चुभे टूटता सा कोई ख्वाब सा झूठे दिलासे रे हुमको रुलाये रे कैसी सजा है या खुदा क्या नसीबा चाहे तू ही बता हाय क्यों जुदा हैं राहे तू ही बता हाय झूठे दिलासे रे हुमको रुलाये रे कैसी सजा है या खुदा क्या नसीबा चाहे तू ही बता हाय क्यों जुदा हैं राहे तू ही बता हाय हाँखुशियां मिली भी तो इस तरह के मुँह फेर के थि खड़ी मैंने हाथ जो मिलाया तो बस वो मिलते ही रो पड़ी जितने सहारे हैं के बस बिचारे है की क्या खता है या खुदा क्या नसीबा चाहे तू ही बता हाय क्यों जुदा हैं राहे तू ही बता हाय झूठे दिलासे रे हुमको रुलाये रे कैसी सजा है या खुदा क्या नसीबा चाहे तू ही बता हाय क्यों जुदा हैं राहें तू ही बता बता हाय