Chor Bazaari
Pritam
4:18जहा जहा जहा आई मैं तो आई नज़रों के अंजाने एक जहां से लाई मैं तो लाई बहारों के अफसाने भी वहां से ना ना मुझे छूना ना दूर ही रहना परी हूं मैं परी हूं मैं मुझे ना छूना परी हूं मैं मुझे ना छूना आए कोई मेरी पनाहों ले जाए ये नज़ारे देखे कोई मेरी निगाहों में पहचानें ये इशारे ना ना मुझे छूना ना दूर ही रहना परी हूं मैं परी हूं मैं मुझे ना छूना परी हूं मैं परी हूं मैं फूलों में जो नूर है मेरा ही सुरूर है आँखों में गरूर है ख्वाबों का कसूर है थोड़ा सा करार है थोड़ा सा खुमार है हो हो किसका इंतज़ार है कैसा इंतज़ार है कोई तो ऐसा हो सांसों को मेरी महका जाए आई मैं तो आई नज़रों के अंजाने एक जहां से लाई मैं तो लाई बहारों के अफसाने भी वहां से ना ना मुझे छूना ना दूर ही रहना परी हूं मैं परी हूं मैं मुझे ना छूना परी हूं मैं (परी हूं मैं)