Samay Samjhayega
Surya Raj Kamal
3:13रूठो जो तुम तो मनाऊ मैं तुम हस दो तो मुस्काउ मै रूठो जो तुम तो मनाऊ मैं तुम हस दो तो मुस्काउ मै तुम बिन मुझे कुछ भाये ना जहां देखु तुमको ही पाउ मैं तुम प्रेम हो तुम प्रीत हो मनमीत हो राधे मेरी मनमीत हो तुम प्रेम हो तुम प्रीत हो मनमीत हो राधे मेरी मनमीत हो तुम प्रेम हो तुम प्रीत हो मेरी बांसुरी का गीत हो है कुछ क्षणों की दूरिया ये क्षण युही कट जायेंगे तुम देखना ये विरह के क्षण फिर से मिलन रितु लायेंगे राधे