Baarish
Mohammed Irfan
6:15मुझे इश्क़ से रेहना था दूर ग़म इसके बड़े जो हैं मश हूर पर येह दिल है की बिलकुल माना नहीं मुझे खींच कर देखो ले आया वहीँ जहां इश्क़ है बस इश्क़ है हाँ इश्क़ है बस इश्क़ है यारियाँ वे यारियाँ वे इस दर्द ए दिल की सिफारिश अब कर दे कोई यहाँ के मिल जाए इसे वोह बारिश जो भीगा दे पूरी तराह इस दर्द ए दिल की सिफारिश अब कर दे कोई यहाँ के मिल जाए इसे वोह बारिश जो भीगा दे पूरी तराह तू जो मिला तो ज़िन्दगी है बदली मैं पूरी नयी हो गयी है बे असर दुनिया की बातें बड़ी अब तेरी सुनु मैं सदा हम्म मिलने को तुझसे बहाने करूँ तू मुस्कुराये वजाह मैं बनूँ रोज़ बिताना साथ में तेरे सारा दिन मेरा इस दर्द ए दिल की सिफारिश अब कर दे कोई यहाँ के मिल जाए इसे वोह बारिश जो भीगा दे पूरी तराह इस दर्द ए दिल की सिफारिश अब कर दे कोई यहाँ के मिल जाए इसे वोह बारिश जो भीगा दे पूरी तराह क्या हुआ असर तेरे साथ रेह कर ना जाने के होश मुझे ना रहा लफ्ज़ मेरे थे ज़ुबान पे आके रुके पर हो ना सके वोह बयां धड़कन तेरा ही नाम जो ले आँखें भी पैग़ाम येह दे तेरी नज़र का ही येह असर है मुझ पे जो हुआ इस दर्द ए दिल की सिफारिश अब कर दे कोई यहाँ के मिल जाए इसे वोह बारिश जो भीगा दे पूरी तराह इस दर्द ए दिल की सिफारिश अब कर दे कोई यहाँ के मिल जाए इसे वोह बारिश जो भीगा दे पूरी तराह