Humsafar
Akhil Sachdeva
4:29मेरी राहें तेरे तक हैं तुझपे ही तो मेरा हक़ है इश्क़ मेरा तू बेशक़ है तुझपे ही तो मेरा हक़ है साथ छोड़ूँगा ना तेरे पीछे आऊँगा छीन लूँगा या खुदा से माँग लाउँगा तेरे नाल तक़दीरां लिखवाउंगा मैं तेरा बन जाऊँगा मैं तेरा बन जाऊँगा सोंह तेरी मैं क़सम यही खाऊँगा कित्ते वादेया नू उमरा निभाऊँगा तुझे हर वारी अपना बनाऊँगा मैं तेरा बन जाऊँगा मैं तेरा बन जाऊँगा रा रा रा रा रा रा ओह ये ये ये रा रा रा रा रा रा ओह ये ये ये लखाँ तों जुदा मैं हुई तेरे ख़ातिर तू ही मंज़िल दिल तेरा मुसाफ़िर लखाँ तों जुदा मैं हुई तेरे ख़ातिर तू ही मंज़िल मैं तेरा मुसाफ़िर रब नू भुला बेठा तेरे करके मैं हो गया काफ़िर तेरे लिए मैं जहाँ से टकराऊँगा सब कुछ खोके तुझको ही पाउँगा दिल बन के दिल धडकाऊँगा मैं तेरा बन जाऊँगा मैं तेरा बन जाऊँगा सोंह तेरी मैं क़सम यही खाऊँगा कित्ते वादेया नू मैं निभाऊँगा तुझे हर वारी अपना बनाऊँगा मैं तेरा बन जाऊँगा मैं तेरा बन जाऊँगा मेरी राहें तेरे तक हैं तुझपे ही तो मेरा हक़ है इश्क़ मेरा तू बेशक़ है तुझपे ही तो मेरा हक़ है