Dhalti Rahe
Twin Strings
4:47बारीशों सी आती हो तुम ठहरो ज़रा, बैठो ना तुम बारीशों सी आती हो तुम ठहरो ज़रा, बैठो ना तुम सर से पाएर भीगे हुए और कोई नही, बस तुम और हम तू पास तो अपना सा लगे यह सारा जहाँ, सपना सा लगे यह बारिश का असर या फिर जादू है तेरा ना होश, ना खबर ना खुद पे काबू है मेरा यह बूँदे भी क्रें कुछ ऐसी साज़िशिएं तू साथ हो अगर तो हसीन यह बारिशिएं( ऐ ऐ हैं ऐ ) वो तेरी ज़ुल्फोन की राहत जैसे ठंडी सी पूर्वही वो भीगी मिट्टी की खुश्बू जो तेरी साँसों से आई वो तेरी ज़ुल्फोन की राहत जैसे ठंडी सी पूर्वही वो भीगी मिट्टी की खुश्बू जो तेरी साँसों से आई बहता ही जौ तेरे दिल मैं बरस्के थमें ना ये बूँदे, जो आज हम पर बरसे हल्की हो या तेज़ हो ये बारिश भीगना ज़रूर है, आज यही ख़्वाहिश यह बारिश का असर या फिर जादू है तेरा ना होश, ना खबर ना खुद पे काबू है मेरा बूँडीएन भी क्रें कुछ ऐसी साज़िशें तू साथ हो अगर तो हसीन यह बारिशिएं (ऐ ऐ ऐ ) औऊ ओह औऊ ओह