Recycled
Uday
4:05I tried my best कि रुक जाए एक दिन और तू I tried my best कि वो आखिरी पन्ना भरना अब मैं छोड़ दूं I tried my best पर लगा न पाया वो call क्यों I tried my best कि जब भी हो घर में लड़ाई मैं भाग जाऊं थोड़ा सा और दूर I tried my best पर कैसे खुद से नफरत करके मैं खुद को ही अपना लूं I tried my best पर थकता हूं ताकि मैं खुद की ध्यान फिर रख न लूं I tried my best पर खुद को कैसे अब मैं समझा दूं कि जिस दोस्त के कंधे पर सर रखके रोया था तू अब उसी दोस्त की लाश को कंधा दूं I tried my best पर थोड़ी सी भी अभी मुझ में न बची उम्मीद मैं जहां भी जाऊं I tried my best पर खत्म हो जाती है सारी वो चीज I tried my best कि भागता जाऊं पर भागते हुए दिखी बस कमी I tried my best कि जाऊं कहीं पर कोई न आने दे अपने करीब मन मेरा पूछे शरीर से बातों को तू अपनी कैद कर वही क्यों रखता मौत के बारे ही सोचूं बस जिंदगी बोले फरेब ये नहीं हो सकता बस एक समझता मुझे वो एक अनेक है नहीं हो सकता फांसी की सजा तो काला कफन कभी मुड़के सफेद भी नहीं हो सकता क्या ये सबक है इसलिए सजा अलग हुई पापों से मैं वो पलक जो पलक के झपकने से पहले खुद ही उतर जाए आंखों से कितने सपने देखे थे उन रातों में जो पूरे होंगे न अगर तुम जागोगे पहले पलकों में ढूंढ़ते ख्वाहिशें थे अभी पलकें भी खुद ही उन ख्वाबों में शीशा देखा फिर मैं था एक 16 का लड़का बस सहमा सा बैठा किसी से न कहता जो मन में था रहता खुद ही के दरवाजों पर देता वो पहरा चीखें वो सह न पाया उसको लगा कि उसका न कोई यहां उसके जैसा फिर क्या बस तंग वो चाकू उठाया जो उसका एक दोस्त था वो भी था गहरा और गहरा और गहरा और गहरा और गहरा और गहरा और गहरा बस रुक जा तू प्लीज तेरे अलावा मेरा होगा क्या वो चाकू भी बोले उसके उस शरीर को मैं तो बस बैठ ही गया था घुटनों पर और न झेली जानी कोई चीख क्या ये बीमारी है कोई जब लगे कि दवा के रोग को ढूंढे मरीज I tried my best कि जो अंदर लूं अपने वो सांस भी नहीं हो I tried my best कि खून इतना ज्यादा बहे कि वो साला साफ भी नहीं हो I tried my best जो मरने के बाद लगे मेरे ऊपर वो दाग भी कई हो I tried my best, I tried my best I tried कि वो मेरा आखिरी दिन हो कंधे को काला कहती कोई कंकर कितना करम करके कठोर कलाकारी क्यों की क्योंकि कभी किसी कंधे के कठिन करम थे करोड़ काला कहती कलाकार को कि कलाकार के कारण काला के कदम फिर कसमें खा कर क्यों तू कहता खुद को कि जो कांपता है वो केवल कमजोर I tried my best कि वो चाकू फिर से अपने हाथ में न लूं I tried my best कि खुद पे लगे सारे खून के दाग मिटा दूं फिर भी I tried my best उस चाकू के अलावा भरोसे लायक और कोई नहीं I tried my best जब मरूं तो कोई करीब न इतना कि रोए भी I tried my best और वो आखिरी खत वो पूरा नहीं किया I tried my best पर उसके घर जाने की हिम्मत नहीं थी आज I tried my best इतना कि 2 साल पहले वाला उदय देखे तो बोले कि Yes, I tried my best Yes, I tried my best