Gazab Ka Hai Din
Udit Narayan
4:27अकेले हैं तो क्या ग़म है चाहें तो हमारे बस में क्या नहीं बस इक ज़रा साथ हो तेरा तेरे तो हैं हम कब से सनम अकेले हैं तो क्या ग़म है चाहें तो हमारे बस में क्या नहीं बस इक ज़रा साथ हो तेरा तेरे तो हैं हम कब से सनम अकेले हैं तो क्या ग़म है अब ये नहीं सपना ये सब है अपना अब ये नहीं सपना ये सब है अपना ये जहाँ हो प्यार का छोटा सा ये आशियाँ बहार का बस इक ज़रा साथ हो तेरा तेरे तो हैं हम कब से सनम अकेले हैं तो क्या ग़म है फिर नहीं टूटेगा हम पे कोई तूफां फिर नहीं टूटेगा हम पे कोई तूफां साजना हो देखना हर तूफ़ां का मैं करूंगी सामना बस इक ज़रा साथ हो तेरा तेरे तो हैं हम कब से सनम अकेले हैं तो क्या ग़म है अब तो मेरे साजन बीतेगा हर दिन अब तो मेरे साजन बीतेगा हर दिन प्यार की हो बाहों में रंग जाएगी रुत तेरी अदाओं में बस इक ज़रा साथ हो तेरा तेरे तो हैं हम कब से सनम अकेले हैं तो क्या ग़म है चाहें तो हमारे बस में क्या नहीं बस इक ज़रा साथ हो तेरा