Laal Dupatta
Udit Narayan
5:15चंदा छुप जाने लगा तारे शरमाने लगे गोरी का मुखड़ा देखो अम्बर झुक जाने लगा लम्हे रुक जाने लगे गोरी का मुखड़ा देखो हे ओ लाल चुनरिया ओढ ली में ने जब से पिया के नाम कि लाल चुनरिया ओढ ली में ने जब से पिया के नाम कि लाल चुनरिया ओढ ली में ने जब से पिया के नाम कि मेरे पिया भी केहने लगे है में ना राहू किसी काम कि लाल चुनरिया ओढ ली तू ने जब से पिया के नाम कि लाल चुनरिया ओढ ली तू ने जब से पिया के नाम कि तेरे पिया भी केहने लगे है लेले जान तेरे नाम कि लाल चुनरिया ओढ ली में ने जब से पिया के नाम कि मेहंग पद रे मुझे दिल का लागण कर ना सखी रे कोई बहाणा बोले येऊ चुडी बोले येऊ कंगना जाणा है जाणे तुझे पिया जी के अंगण किसी को पदी है अबमेरे साजन चहात के अंजाम कि तेर पिया भी केहने लगे है लेले जण तेरे नाम कि लाल चुनरिया ओढ ली में ने जब से पिया के नाम कि नि सा रे ग नि सा रे ग नि सा रे ग ल ला ला ल ला ल ला ला ल ला गोरी के होतों राची मेहंदी है जरी जाजतही है कैसे ढाको दुल्हन हमारी चंदा बारातही तारे बारातही हम तुम बने ढाको जन्मो के साठी रंग बिरंगी किसने है अब मेरी सुभोन शाम कि मेरे पिया भी केहने लगे है में ना राही किसी काम कि लाल चुनरिया ओढ ली तू ने जब से पिया के नाम कि