Mujhse Shaadi Karogi
Alka Yagnik
4:37कह रही है कह रही है यह नशीली यह रगीली यह सजीली शाम कह रहे है यह नशीले यह छलकते यह ढलकते जाम तुम नहीं जाना तुम नहीं जाना सुन लो ए जाना तुम नहीं जाना कह रही है आज दरवाज़े के बहा सिर्फ है मुश्किल मिट गए सब रास्ते और खो गयी मंजिल आस्टेनो में छुपाये ज़हर के खंजर घुमते है ढूँढ़ते है तुमको ही कातिल तुम नहीं जाना तुम नहीं जाना सुन लो ए जाना तुम नहीं जाना कह रही है जानता हूँ आज ज़ेहरेले हवायें हैं जानता हूँ मेरे दुश्मन सब दिशाएँ है जो भी हो लेकिन मुझे मंज़िल को पाना है मैं मुसाफिर हो मेरी भी कुछ आदयें है ए हसीना मेहजबीन तू दिलनशीं तू दिल है तेरे नाम ए हसीना मैं मुसाफिर आऊंगा फिर आज है कुछ काम मुझको है जाना मुझको है जाना तुम नहीं जाना तुम नहीं जाना सुन लो ए जाना तुम नहीं जाना